बाजार-शॉपिंग मॉल में भीड़ अचानक कम, 66 संदिग्धों में किसी को कोरोना नहीं, फिर भी अलर्ट

रायपुर . कोरोनावायरस का असर अब बाजार पर भी पड़ने लगा है। जैसे-जैसे भीड़ वाले सेंटर बंद हो रहे हैं, वैसे-वैसे बाजारों में भी ग्राहक कम होते जा रहे हैं। शहर के प्रमुख बाजारों में कई चीजों का कारोबार आधा हो गया है। पंडरी, गोलबाजार, एमजी रोड, सदरबाजार, शारदा चौक, टिकरापारा, सत्तीबाजार, तात्यापारा समेत कई प्रमुख बाजारों में कारोबार पर इतना असर पड़ गया है कि कारोबारियों ने टैक्स देने की मियाद बढ़ाने की मांग कर दी है। सरकारी एडवाइजरी जारी होने के बाद मल्टीप्लेक्स में भी भीड़ घटकर आधे से भी कम हो गई है।



एक शॉपिंग मॉल में सामान्य दिनों में रोज औसतन 8 से 10 हजार लोग आते हैं। पिछले 15 दिनों से यहां लोगों का आना लगातार कम हो रहा है। एक हफ्ते में तो स्थिति इतनी बिगड़ गई कि 2000 लोग भी नहीं आ रहे हैं। शहर के आउटर वाले शॉपिंग मॉल की स्थिति और खराब है। ग्राहक नहीं होने की वजह से कई दुकानदार दोपहर को दुकानें बंद कर घर जा रहे हैं।


शहर के सभी मल्टीप्लेक्स की कुर्सियां रहने लगी खाली 
मल्टीप्लेक्स और टॉकीजों में फिल्म के शो खाली खाली जा रहे हैं। एक मल्टीप्लेक्स के मैनेजर ने बताया कि शनिवार-रविवार को छोड़कर एक दिन में औसतन 45 प्रतिशत टिकटों की बिक्री होती है, लेकिन अभी यह घटकर 25 फीसदी तक गिर गई। ऑफर वाले दिनों में भी लोग यानी टिकटों की कीमत कम होने पर भी फिल्में नहीं देख रहे हैं। शहर के चार सिंगल स्क्रीन टॉकीज का हाल और बुरा है। इन टॉकीजों में सीटिंग क्षमता 500 से 1000 तक की है। लेकिन अभी इन टॉकीजों में टिकटों की बिक्री 200 के भी पार नहीं हो रही है। टॉकीजों में एक शो का खर्चा करीब 3000 रुपए होता है। लोगों की भीड़ इतनी कम हो रही है कि इतना खर्चा भी नहीं निकल पा रहा है। 


सभी संदिग्धाें की रिपोर्ट नेगेटिव फिर भी मॉस्क खरीदने की होड़


प्रदेश में सभी 66 संदिग्धाें की रिपोर्ट नेगेटिव है। एनएचएलयू समेत सिंगापुर, दुबई व चीन से लौटे लोगों में जांच के बाद कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं हुई है। शनिवार तक सभी संदिग्धों की रिपोर्ट आ गई। प्रदेश में एक भी मरीज नहीं निकला है। सभी संदिग्धों को सामान्य सर्दी-जुकाम ही निकला। इसके बावजूद मास्क खरीदने की होड़ मची है। विशेषज्ञों का कहना है कि स्वस्थ लोगों को मास्क लगाने की जरूरत नहीं है। इसलिए वे न घबराएं। केवल भीड़ वाले स्थानों पर जाने से बचने की सलाह दी जा रही है।


 
104 टोल फ्री नंबर, विशेषज्ञ करेंगे बात
शनिवार को लोगों के लिए 104 टोल फ्री नंबर को अधिकृत किया गया है। वहां ड्यूटी दे रहे कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी गई। किसी को ज्यादा परेशानी होने पर विशेषज्ञ डॉक्टर से बात कराई जाएगी। अंबेडकर अस्पताल में दिव्यांग वार्ड को स्पेशल ओपीडी के रूप में उपयोग किया जा रहा है। यह वार्ड मेडिकल कॉलेज के गेट की ओर है। डॉक्टरों का कहना है कि कोई संदिग्ध आए तो वे पूरा अस्पताल या कॉलेज का चक्कर न लगाएं, सीधे विशेष ओपीडी में चले जाएं। 
इससे संक्रमण की आशंका भी कम रहेगी। वहां मरीजों के लिए रजिस्ट्रेशन काउंटर भी अलग बनाया गया है। जरूरी दवा व जांच करवाई जा रही है। पेइंग वार्ड में 12 बेड का आइसोलेशन वार्ड भी है, जहां संदिग्धों को भर्ती कर इलाज करना है। हालांकि अभी तक किसी भी संदिग्ध को भर्ती करने की नौबत नहीं आई है। संदिग्धों को होम आइसोलेशन पर रखा गया है। यानी उन्हें घर भेजा गया है। ऐसे लोगों को परिवार के सदस्यों से पर्याप्त दूरी बनाकर रहने कहा गया है।


डॉक्टरों व कर्मचारियों की छुट्‌टी पर रोक 
स्वास्थ्य विभाग की सचिव निहारिका बारिक ने शुक्रवार को सभी डॉक्टरों व कर्मचारियों की छुट्‌टी निरस्त करने के आदेश जारी किया है। इमरजेंसी में सभी की ड्यूटी लगाने को कहा गया है। सभी से कहा गया है कि मुख्यालय में रहकर ड्यूटी करें। जो छुट्टी पर गए हैं, उन्हें बुलाने को कहा गया है। बारीक ने पत्र में कहा है कि अस्पतालों मंे कभी भी इमरजेंसी की जरूरत पड़ सकती है, इसलिए सभी ड्यूटी के लिए तैयार रहें।
 


प्रदेश में अभी तक कोई मरीज नहीं मिला है। वायरोलॉजी लैब में सैंपलों की जांच की जा रही है। रिपोर्ट भी उसी दिन दे रहे हैं। डॉ. नितिन एम. नागरकर, डायरेक्टर एम्स